Thursday, 2 October 2025

THE GREAT GOD : THIS OR THAT

 🌟🌟🌟🕉️🌟🌟🌟

इंसान डेंजरजोन में खड़ा है फिर भी खुद को विजेता ही समझ रहा है !

इंसान स्वयं को सबसे चतुर, होशियार, तीसमार खां समझता है

उसको लगता है

उसके ऐसा काबिल' गुणी वगैरह वगैरह

पुरी पृथ्वी पर कहीं नहीं है ।

इस कारण उसे सबकुछ करने का बल्कि कुछ भी करने का अधिकार मिल गया है । 

ऐसा करना उसने

अधिकार समझ लिया है ।

सच कहा जाए तो बपौती समझ लिया है !

इंसान को पता नहीं है'

बल्कि'

सब पता है,

कि 

ईश्वर और प्रकृति के नियमों के आगे किसी की नहीं चलती;

मगर

किसी की नहीं सुन रहा ।

इंसान

स्वघोषित सफलता के नशे में चूर और मगरूर है !

🌟🌟🌟🕉️🌟🌟🌟

🌟🌟🌟🕉️🌟🌟🌟

No comments:

Post a Comment