Sunday, 8 September 2024

THE GREAT GOD : LO KAR LO BAAT



 
मेरा सौभाग्य है कि मैेंने उस देश में जन्म लिया है जो कला-संस्कृति का दे है, मेरा दुर्भाग्य है कि मैंने उस कालखंड में जन्म लिया है जब इस दे में कला-संस्कृति का अंधकारयुग चल रहा है । कला-संस्कृति के दे में कला कलाकार का अपमान इस हद तक है कि कला में श्रेय लेने का होड़ कला के सौदागरों द्वारा अपने चरम पर है और इसमे मूल कला और कलाकार पहचानना उनकी पहचान बनाए रखना मुष्किल होता जा रहा है । स्थिति यह है कि कला-संस्कृति के दे में कला विलुप्त होती जा रहा है और कला का अंधकारयुग स्थापित होता जा रहा है ।
अब समय आ गया है । कला के सौदागरों पर कार्यवाई होनी चाहिए । कला क्षेत्र को किसी भी दे की सरकार गंभीरता से नहीं लेती । इसलिए उसमे स्थापित अपराध परंपरा बनकर स्थायी रूप लेकर अनवरत् चलते रहते हैं ।
भारत में फिल्मों की कहानियां अधिकतर स्वयं प्रोड्यूसर और डायरेक्टर लिखते हैं । अलबता उसमे भी डायरेक्टर अधिक कहानियां लिखते है । एक प्रकार से फिल्मों की 70 से 75 प्रतित कहानियां यही लिखते हैं । अर्थात् फिल्म की कहानियां 70 से 75 प्रतित कहानियां लेखक नहीं बल्कि प्रोड्यूसर उनमे भी अधिकतर डायरेक्टर लिखते हैं । इसका मतलब यह हुआ कि कहानी के मामले में कहानी के क्षेत्र में इस कला क्षेत्र पर प्रोड्यूसर-डायरेक्टर का कब्जा है, लेखक जो इस कला का स्पेलिस्ट होता है उस इस कला के स्पेलिस्ट का स्थान फिल्म इंडस्ट्री में बमुष्किल 25 से 30 प्रतित है । यहां तक भी ठीक है । समस्या तब आती है जब बचे 25 से 30 प्रतित में यह अतिक्रमण करते हैं । इसमे भी वह कहानी चोरी करते हैं । रीमॉडलाइज करते हैं । रीमिक्स कर प्रस्तुत करते हैं । राइटर को स्टार्स भी उतना तबज्जो नहीं देते । कहानी को डायरेक्टर के माध्यम से सुनते हैं । डायरेक्टर राइटर पर प्रेर बनाकर उस कहानी में अपना नाम अमेंडमेंट के नाम पर जोड़ता है, नहीं मानने पर रीमिक्टस-रीमॉडलाइज कर प्रस्तुत करते हैं । इस प्रकार मूल कथाकार की कहानी चोरी होती है, हो रही है, और चलन बन गया है । इसके लिए प्रोडक्न हाउस और स्टार्स जिम्मेदार हैं । वह कहानीकार से कहानियां क्यों नहीं सुनते ! और उसे किसी और के माध्यम से क्यंु सुनते हैं ? 
और यही रीजन है कि जब भी कहानी चोरी होती है कहानी चोरी में सर्वाधिक बार डायरेक्टर का ही नाम आता है । इसका खामियाजा कलात्मक रूप में अच्छी कहानी पर खराब स्क्रिप्ट और खराब फिल्म के रूप में भी आता है ।   


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